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            UP Weather News: उत्तर प्रदेश में मानसून ने एक बार फिर रफ्तार पकड़ ली है। रविवार रात से शुरू हुआ बारिश का दौर सोमवार को भी जारी रहा और मौसम विभाग ने अगले दो दिनों तक कई जिलों के लिए भारी बारिश की चेतावनी जारी कर दी है। इससे आम जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है, वहीं नदियों के जलस्तर में लगातार बढ़ोतरी बाढ़ का खतरा भी बढ़ा रही है।
इन जिलों में जारी किया अलर्ट
लखनऊ स्थित मौसम विज्ञान केंद्र ने जानकारी दी कि सोमवार और मंगलवार को प्रदेश के कई हिस्सों में भारी से बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है। विशेष रूप से लखीमपुर खीरी, सहारनपुर, शामली, मुजफ्फरनगर, बागपत, मेरठ, बिजनौर, अमरोहा, मुरादाबाद, रामपुर, बरेली, पीलीभीत, शाहजहांपुर, संभल और बदायूं जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। इन जिलों में गरज-चमक के साथ मूसलाधार बारिश और वज्रपात की आशंका जताई गई है।
  
इसके अलावा प्रतापगढ़, रायबरेली, अमेठी, सुल्तानपुर, अयोध्या, बस्ती, बाराबंकी, सीतापुर, बहराइच, गोंडा, सिद्धार्थ नगर और बलरामपुर जैसे जिलों में येलो अलर्ट जारी करते हुए तेज हवाओं (30–50 किमी/घंटा) और बिजली गिरने की संभावना बताई गई है।
पूर्वांचल और बुंदेलखंड में भी असर
मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि पूर्वांचल के वाराणसी, जौनपुर, गाज़ीपुर, मिर्ज़ापुर, सोनभद्र और चंदौली सहित बुंदेलखंड के प्रयागराज, कौशाम्बी, चित्रकूट, बांदा और फ़तेहपुर जिलों में भी अगले 24 से 48 घंटे के भीतर मध्यम से भारी वर्षा हो सकती है। यहां अचानक तेज हवा चलने और बिजली गिरने की भी संभावना है।
इन जिलों में स्कूल हुए बंद
लगातार हो रही बारिश से सबसे अधिक प्रभावित जिलों में पीलीभीत और बरेली शामिल हैं। दोनों जगहों पर भारी जलभराव और बाढ़ के खतरे को देखते हुए जिला प्रशासन ने सोमवार को सभी स्कूलों को बंद रखने का आदेश दिया है।
नदियों में उफान और बाढ़ का खतरा
पीलीभीत में पिछले चार दिनों से लगातार हो रही बारिश के चलते देवहा और शारदा नदियां उफान पर हैं। बैराज से पानी छोड़े जाने के बाद हालात और बिगड़ गए हैं। शहर से माधोटांडा मार्ग पर बनी एक निर्माणाधीन पुलिया पानी में डूब जाने से यातायात पूरी तरह ठप हो गया है। इसका असर आसपास के करीब 20 गांवों की आबादी पर पड़ा है।
प्रशासन की तैयारी
बढ़ते खतरे को देखते हुए जिला प्रशासन और आपदा प्रबंधन की टीमें अलर्ट पर हैं। निचले इलाकों में निगरानी तेज कर दी गई है और बाढ़ चौकियां भी सक्रिय कर दी गई हैं। प्रशासन ने नागरिकों से अपील की है कि वे अनावश्यक यात्रा न करें और वज्रपात या तेज हवा की स्थिति में सुरक्षित स्थानों पर ही रहें।