Flood in Jaora: मध्य प्रदेश (madhya pradesh) के रतलाम (Ratlam) जिले की जावरा (Jaora) तहसील में गुरुवार की शाम अचानक हुई तेज बारिश ने शहरवासियों की मुश्किलें कई गुना बढ़ा दीं। बारिश इतनी तीव्र थी कि कुछ ही घंटों में सड़कों पर नदियों जैसा नज़ारा बनने लगा। पीलिया खाल नदी उफान पर आकर जावरा रपट के ऊपर से बह निकली, जिसके चलते मुख्य मार्गों पर आवाजाही पूरी तरह बाधित हो गई। प्रशासन ने हालात को गंभीर देखते हुए लोगों को पानी से होकर गुजरने से सख्त मना किया।
हाथीखाने (Hathikhana) में सबसे ज्यादा तबाही
शहर का सबसे प्रभावित इलाका हाथीखाना (Hathikhana) रहा। यहां लगभग 200 से ज्यादा घर पानी में आधे तक डूब गए। घरों में घुटनों से लेकर कमर तक पानी भर गया, जिससे लोगों को रातभर बेहद दिक्कतों का सामना करना पड़ा। हालांकि राहत की बात रही कि अब तक किसी तरह की जनहानि की सूचना नहीं मिली है।
SDRF मौके पर पहुंची
जैसे ही प्रशासन को जलभराव की सूचना मिली, SDRF की टीम तुरंत मौके पर पहुंची और हालात का जायजा लिया। निचले इलाकों में पुलिस बल तैनात किया गया ताकि लोग जोखिम भरे रास्तों से न गुजरें। प्रशासन लगातार हालात पर नजर बनाए हुए है और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी जा रही है।
शहर के अन्य इलाकों में भी संकट
हाथीखाने के अलावा तालनाका, छिपीपुरा, नर्सिंगपुरा, सरकार रोड और घुन्ना चौक समेत शहर के कई हिस्सों में पानी भर गया। धार्मिक स्थल भी इससे अछूते नहीं रहे। मंदिरों और मस्जिदों तक में पानी घुस गया, जिससे श्रद्धालुओं को पूजा-पाठ और इबादत करने में कठिनाई हुई।
स्थानीय लोगों की परेशानी
पानी घरों में घुसने से लोगों का जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। छोटे बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक को परेशानी उठानी पड़ रही है। कई परिवारों को पूरी रात पानी में ही गुजारनी पड़ी। लोगों का कहना है कि प्रशासन को पहले से तैयारी करनी चाहिए थी ताकि इस तरह की स्थिति न बने। फिलहाल प्रशासन ने ऐहतियात बरतने की अपील की है। SDRF और पुलिस की टीमों ने निचले इलाकों में गश्त तेज कर दी है। जलस्तर कम होने तक लोगों को सतर्क रहने और घरों से बाहर अनावश्यक रूप से न निकलने की सलाह दी गई है।