Ganesh Visarjan arrangements in Madhya Pradesh: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के बुरहानपुर (Burhanpur) में शुक्रवार को गणेश विसर्जन (Ganesh Visrajan) की तैयारियों का जायजा लेने सांसद ज्ञानेश्वर पाटील (Gyaneswar Patil), महापौर श्रीमती माधुरी अतुल पटेल,पूर्व महापौर अनिल भोंसले,जनप्रतिनिधियों ने प्रशासनिक अधिकारियों के साथ ताप्ती नदी के राजघाट का निरीक्षण किया तथा आवश्यक दिशा निर्देश दिए। इस दौरान उन्होंने व्यवस्था को लेकर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए और अधिकारियों को सतर्क रहने के निर्देश दिए।
सुरक्षा और व्यवस्था पर विशेष ध्यान (Security Arrangements)
सांसद पाटील ने कहा कि सभी विसर्जन स्थलों पर पुख्ता इंतज़ाम (Security Arrangements) होना चाहिए। उन्होंने टेंट, लाइट, साउंड सिस्टम, साफ-सफाई, क्रेन, बोट, स्टॉपर और बैठक व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। साथ ही, होमगार्ड जवानों की तैनाती भी की जाएगी ताकि सुरक्षा में कोई कमी न रहे। उन्होंने चेतावनी दी कि ताप्ती नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है, इसलिए अधिकारियों को पूरी तरह अलर्ट मोड पर रहना होगा और यह सुनिश्चित करना होगा कि आमजन के आवागमन पर कोई असर न पड़े।
पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा
निरीक्षण के दौरान सांसद ने लोगों से अपील की कि मिट्टी की गणेश प्रतिमाएँ स्थापित करें। उन्होंने कहा कि प्लास्टर ऑफ पेरिस (POP) की मूर्तियों से जलस्रोत प्रदूषित होते हैं, जबकि मिट्टी की प्रतिमाएँ पर्यावरण के अनुकूल होती हैं और नदी के जल को प्रदूषण से बचाती हैं। उन्होंने विश्वास जताया कि बढ़ती जागरूकता के चलते आने वाले वर्षों में अधिक से अधिक लोग मिट्टी की प्रतिमाएँ अपनाएँगे।
छोटे प्रतिमाओं के लिए मोहना संगम घाट विकसित
सांसद पाटील ने जिलेवासियों से आग्रह किया कि घर में विराजित छोटी प्रतिमाओं का विसर्जन मोहना संगम घाट पर करें। उन्होंने बताया कि यह घाट पूर्ण रूप से विकसित हो चुका है और इससे अन्य प्रमुख घाटों तथा हतनुर पुल पर यातायात दबाव कम होगा।
बड़े पांडालों के लिए नई व्यवस्था
सांसद ने सार्वजनिक गणेश मंडलों और मूर्तिकारों से अपील की कि अगले वर्ष से पंडालों में केवल 10 फीट तक की प्रतिमाएं ही स्थापित की जाएँ। उन्होंने जिला कलेक्टर से भी कहा कि इसके लिए आवश्यक व्यवस्था बनाई जाए और इस पर सभी की सर्वसहमति विकसित की जाए।