प्रवीण वालिया-करनाल, India News (इंडिया न्यूज), Karnal News : हरियाणा सरकार के निर्देशानुसार नगर निगम करनाल ने शहर को बेसहारा गौवंश से मुक्त कराने के लिए एक विशेष अभियान की शुरुआत कर दी है। यह अभियान शुक्रवार से शुरू होकर आगामी 31 अगस्त तक चलेगा। इस संबंध में जानकारी नगर निगम आयुक्त डॉ. वैशाली शर्मा ने दी।
सेक्टर-6 से शुरू हुआ अभियान
आयुक्त ने बताया कि अभियान के तहत शहर के सेक्टर-6 से पांच बेसहारा गौवंश को पकड़कर पशुपालन विभाग द्वारा उनकी टैगिंग करवाई गई। इसके बाद इन्हें फूसगढ़ स्थित गौशाला में छोड़ा गया है, जहां इनका अच्छे से रख-रखाव किया जाएगा।
खुले में पशु छोड़ने पर होगी सख्त कार्रवाई
निगमायुक्त ने सख्त चेतावनी देते हुए कहा कि जो लोग उपयोग के बाद या दूध निकालने के बाद अपने पशुओं को सड़कों पर छोड़ देते हैं, उनके खिलाफ नगर निगम सख्ती से निपटेगा। ऐसे पशुओं को पकड़कर जब्त कर लिया जाएगा, और फिर उन्हें वापस नहीं किया जाएगा। साथ ही संबंधित व्यक्ति पर कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी। इस संदर्भ में शहर में मुनादी भी करवाई जा रही है।
छह सदस्यीय टीम करेगी गौवंश पकड़ने का कार्य
आयुक्त ने बताया कि सड़कों पर बेसहारा घूम रहे गौवंश को पकड़ने के लिए छह कर्मचारियों की विशेष टीम बनाई गई है। इस कार्य के लिए एक नई गाड़ी भी उपलब्ध करवाई गई है, जो पकड़े गए गौवंश को गौशालाओं में छोड़ने का कार्य करेगी।
प्राथमिकता के आधार पर विभिन्न सेक्टरों, बाजार क्षेत्रों और मुख्य सड़कों से अभियान की शुरुआत की जाएगी। इसके पश्चात शहर के आंतरिक हिस्सों में भी अभियान चलाया जाएगा।
फूसगढ़ गौशाला में उपलब्ध सुविधाएं
आयुक्त ने बताया कि फूसगढ़ में नगर निगम की एक गौशाला और एक नंदीशाला है, जहां गौवंश को रखा जाता है। इनके अच्छे रख-रखाव के लिए सेवानिवृत्त वेटरनरी डॉक्टर की ड्यूटी लगाई गई है। इसके अलावा 35 कर्मचारियों की टीम तीन शिफ्टों में कार्यरत है। सुबह-शाम पशुओं के लिए चारे की व्यवस्था है। गौवंश को टहलने के लिए नगर निगम की चारदीवारी से सुरक्षित खुली भूमि उपलब्ध है। सुरक्षा हेतु सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए हैं।
डेयरी संचालकों और नागरिकों से अपील
नगर निगम आयुक्त ने डेयरी संचालकों और नागरिकों से अपील की है कि वे उपयोग के बाद अपने पशुओं को सड़कों पर न छोड़ें। ऐसा करने से शहर की सफाई और यातायात व्यवस्था बाधित होती है और दुर्घटना की संभावना भी बढ़ जाती है।