India News (इंडिया न्यूज), Mahipal Dhanda : हरियाणा के शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा ने गुरुवार को जिले के गांव दीवाना में नवनिर्मित भवन का उद्घाटन करने के बाद स्कूली बच्ची व ग्रामीणों को संबोधित करते हुए कहा कि भारत सबसे ऊर्जावान युवा शक्ति वाला देश है। यहां के युवाओं का हौसला भरपूर मात्रा में है। यहां के युवा एक बार जो ठान लेते हैं उसे पूरा करके दम लेते हैं।
उन्होंने बताया कि भारत के साइंटिस्ट एक दिन सूरज पर भी मिशन को भेजेंगे यह हमें विश्वास है। गांव दीवाना में पहुंचने पर जिला शिक्षा अधिकारी ने बुके देकर मंत्री का अभिनंदन स्वागत किया। ग्रामीणों ने फूल मालाएं पहनकर उनका अभिनंदन किया। ग्राम पंचायत द्वारा इस मौके पर पगड़ी पहना कर मंत्री को सम्मानित किया गया।
- शिक्षा मंत्री ने गांव दीवाना में स्कूल के नवनिर्मित भवन का किया उद्घाटन
- शिक्षा मंत्री ने बच्चों के बीच जाकर किया संवाद
- शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने कार्यक्रम में पहुंचने पर मंत्री का किया अभिनंदन
- ग्रामीणों ने पगड़ी पहनकर मंत्री का किया जोरदार अभिनंदन
यही संस्कृति हमें गुरुजन का आदर करने की सीख देती
शिक्षा मंत्री ने अपनी संबोधन में कहा कि भारत की संस्कृति अनंतकाल से विकसित रही है हमें अपनी संस्कृति को संजोए रखना है। युवाओं को अपने अंदर छुपी हुई प्रतिभा को खोजना है और उसमें निखार लाना है। भारत युवा शक्ति के बलबूते पर 2047 तक देश एक विकसित राष्ट्र के रूप में जाना जाएगा इसको लेकर और प्रयास करने की आवश्यकता है।
हमारी सनातन संस्कृति लाखों-करोड़ों वर्ष पुरानी है। यही संस्कृति हमें गुरुजन का आदर करने की सीख देती है। इसलिए गुरु की आज्ञा का पालन सभी विद्यार्थियों को बिना विचार किए कर लेना चाहिए। ये विचार प्रदेश के शिक्षा मंत्री महीपाल ढांडा ने व्यक्त किए। वे वीरवार को जिला के गांव दिवाना के राजकीय स्कूल के नवनिर्मित 5 कमरों का उद्घाटन करने के पश्चात् शिक्षकों, विद्यार्थियों एवं ग्रामीणों को संबोधित कर रहे थे।
समय तेजी के साथ बदल रहा
शिक्षा मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा प्रदेश के सभी गांवों में ई-लाइब्रेरी बनाने की दिशा में प्रयास किए जा रहे हैं जिससे ग्रामीण अंचल के बच्चे भी प्रतिस्पर्धा के युग में अपनी प्रतिभा को निखार सकेंगे। उन्होंने कहा कि समय तेजी के साथ बदल रहा है। एक दौर ऐसा था जब किसी महामारी के आने पर मदद के लिए हमें विकसित देशों की ओर देखना पड़ता था लेकिन हमारे युवा वैज्ञानिकों, डाॅक्टर एवं शोधकर्ताओं ने कोरोना जैसी भयंकर बीमारी की दवा बना कर विश्व के बड़े-बड़े देशों को दिखा दिया कि अब भारत किसी से पीछे नहीं है।
राजकीय स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चे किसी भी क्षेत्र में ना पिछड़ें
कोरोना काल में हमारे देश ने दुनिया के दूसरे देशों को भी इस बीमारी की दवा आपूर्ति करके मानवता का परिचय दिया। श्री ढाण्डा ने कहा कि प्रदेश के राजकीय स्कूलों में हर प्रकार की मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। राज्य सरकार का प्रयास शिक्षा स्तर को और ऊंचा उठाने का है, जिससे राजकीय स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चे किसी भी क्षेत्र में ना पिछड़ें।
उन्होंने विद्यार्थियों से अपने देश के लिए कुछ अच्छा कर गुजरने का आह्वान किया और कहा कि राष्ट्र के लिए अपना जीवन समर्पित करने का भाव रखने वाला बालक सदा उन्नति की ओर बढ़ता है। इस अवसर पर जिला शिक्षा अधिकारी राकेश बूरा, डीपीसी नीलम कुंडू, प्राचार्य राजबीर सिंह, सरपंच सुरेन्द्र सिंह, सिवाह के सरपंच रणदीप आर्य कादियान, राजेन्द्र सिंह, गोविन्द, बिन्दु, सुदेश, शमशेर सिंह आदि भी उपस्थित रहे। मंच का संचालन कपिल देव ने किया। बच्चों ने मनमोहक सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत कर ख़ूब समाँ बाँधा।