India News (इंडिया न्यूज), On Amavasya People Took A Holy Dip In The Yamuna : अमावस्या को लेकर शनिवार को उपमंडल के हथवाला गांव के यमुना घाट पर हजारों की संख्या में लोगों ने आस्था की डुबकी लगाई, हालांकि ऐसे मौका पर हथवाला गांव का गोताखोर राकेश लोगों की जान बचाने के लिए निरंतर खड़ा रहता है और वह शनिवार को भी मौका पर मौजूद रहा।
महिलाएं ट्रैक्टर ट्राली में बैठकर गीत गाते हुए यमुना की ओर रवाना हुई
गौरतलब है कि अमावस्या को लेकर समालखा, गन्नौर, इसराना व अन्य काफी गांव के लोग समालखा के रेलवे रोड व अन्य जगहों से ट्रैक्टर ट्राली व अन्य वाहनों में सवार होकर हथवाला यमुना घाट पर यमुना स्नान करने के लिए गए, हालांकि इस दौरान समालखा स्थित मिठाई बेचने वाले दुकानदारों की दुकानों से काफी संख्या में लोग प्रसाद लेते हुए भी दिखाई दिए। महिलाएं ट्रैक्टर ट्राली में बैठकर गीत गाते हुए यमुना की ओर रवाना हुई। यह भी बताने योग्य है कि लोग यमुना गंगा या अन्य तीर्थ स्थल पर जाते हैं और वह गंगा यमुना स्नान करते हैं, कुल मिलाकर लोगों का मानना है कि अमावस्या के दिन ऐसे तीर्थ स्थलों पर जाकर स्नान करने से मनुष्य को पुण्य मिलता है।
गोताखोर राकेश ने बताया कि वह 8-10 वर्षों से यह काम कर रहा
हथवाला गांव का राकेश नामक युवक जो कि करीब 8–10 वर्षों से ऐसे मौकों पर यमुना नदी पर चला जाता है और वह वहां किसी व्यक्ति के साथ कोई अनहोनी ने घटे इसको लेकर वह निस्वार्थ भाव से काम करता रहता है। गोताखोर राकेश ने बताया कि वह 8-10 वर्षों से यह काम कर रहा है और अब तक वह करीब 250 लोगों की डूबते डूबते जान बचा चुका है। उन्होंने बताया कि करीब 65 लोग ऐसे हैं जो यमुना में डूब गए और उनकी डेड बॉडी को भी निकलने का काम वह कर चुका है, कुल मिलाकर राकेश ने बताया कि वह यहां निस्वार्थ भाव से लोगों की सेवा करने का काम करता है।
सरकार की ओर से उसे सम्मानित करना चाहिए
हथवाला गांव वासी और भाजपा चुलकाना मंडल धाम के अध्यक्ष कुलदीप जांगड़ा, जाट धर्मार्थ सभा के जिला प्रधान सुभाष कुहाड़, ब्राह्मण समाज समालखा के शहरी अध्यक्ष पवन कौशिक व अन्य काफी संख्या में लोगों ने सरकार से मांग की है कि गोताखोर राकेश जिस तरह से निस्वार्थ भाव से लोगों की जान बचाने का कार्य कर रहा है तो सरकार की ओर से उसे सम्मानित करने का कार्य करना चाहिए।