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मानसून सत्र को लेकर कुमारी सैलजा का बड़ा बयान, बोलीं- संसद संचालन के प्रति ‘गंभीर’ नहीं सरकार, विपक्ष ज्वलंत मुद्दों पर चर्चा चाहता, सरकार ‘जिम्मेदारी’ से भाग रही

सिरसा की सांसद कुमारी सैलजा ने कहा कि मानसूत्र को देखकर साफ प्रतीत होता है कि भाजपा सरकार संसद को चलाने के प्रति बिल्कुल भी गंभीर नहीं है। विपक्ष ज्वलंत जनहित के मुद्दों पर चर्चा चाहता ऐसे में सरकार की संवैधानिक जिम्मेदारी है कि वह संसद में इन विषयों पर ईमानदारी पूर्वक संवाद सुनिश्चित करे।

Written By: Anurekha Lambra
Last Updated: 2025-08-06 18:03:28

India News (इंडिया न्यूज), Kumari Selja : सिरसा की सांसद कुमारी सैलजा ने कहा कि मानसूत्र को देखकर साफ प्रतीत होता है कि भाजपा सरकार संसद को चलाने के प्रति बिल्कुल भी गंभीर नहीं है। विपक्ष ज्वलंत जनहित के मुद्दों पर चर्चा चाहता ऐसे में सरकार की संवैधानिक जिम्मेदारी है कि वह संसद में इन विषयों पर ईमानदारी पूर्वक संवाद सुनिश्चित करे।

सरकार लगातार अपनी जिम्मेदारियों से पीछे हट रही 

मीडिया को जारी बयान में सांसद कुमारी सैलजा ने कहा कि विपक्ष हमेशा से ज्वलंत जनहित के मुद्दों पर चर्चा चाहता रहा है चाहे वह महंगाई हो, बेरोजगारी, किसानों की समस्याएं हों या महिला सुरक्षा जैसे गंभीर प्रश्न हो।  यह सरकार की संवैधानिक जिम्मेदारी है कि वह संसद में इन विषयों पर ईमानदारी पूर्वक संवाद सुनिश्चित करे। लेकिन दुर्भाग्य से, भाजपा सरकार लगातार अपनी जिम्मेदारियों से पीछे हट रही है और लोकतांत्रिक परंपराओं को कमज़ोर करने का काम कर रही है।

सरकार संसद को सिर्फ एक औपचारिकता समझती और आवाज़ को दबाने का प्रयास कर रही

कुमारी सैलजा ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार संसद को सिर्फ एक औपचारिकता समझती है और असहमति की हर आवाज़ को दबाने का प्रयास कर रही है। सांसद कुमारी सैलजा कहा कि कांग्रेस सहित समूचा विपक्ष जनता की आवाज को संसद में उठाने के लिए प्रतिबद्ध है, और वह सरकार के इस गैर-जवाबदेह रवैये के खिलाफ संघर्ष करता रहेगा। कुमारी सैलजा ने कहा कि लोकतंत्र में संवाद ही सबसे बड़ा साधन होता है, और जब सत्ता पक्ष संवाद से भागेगा, तो जनाक्रोश और असंतोष और अधिक बढ़ेगा। यह देश के भविष्य के लिए शुभ संकेत नहीं है।

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