India News (इंडिया न्यूज), Jagjit Singh Dallewal : आज हरियाणा के पानीपत जिले के इसराना की नई अनाज मंडी में संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) के आह्वान पर, भारतीय किसान यूनियन एकता सिद्धूपुर के बैनर तले एवं जगजीत सिंह डल्लेवाल के नेतृत्व में किसान महापंचायत का आयोजन किया गया, जिसमें हजारों किसानों ने भाग लिया। पंचायत का संचालन प्रदेश प्रवक्ता मनोज जागलान ने किया एवम जिला प्रधान शमशेर पूनिया ने महापंचायत में आये हुए किसान नेताओं का स्वागत किया। इस महापंचायत में एमएसपी गारंटी कानून, स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट, भारत-अमेरिका के मध्य प्रस्तावित व्यापार समझौते, किसानों-मजदूरों की कर्ज़मुक्ति समेत तमाम मुद्दों पर आंदोलन की रणनीति बनाई गई।
किसानों की जमीनों पर कब्ज़ा करने की साजिशें रची जा रही
इस अवसर पर किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल ने कहा यह फसल और नल की लड़ाई है। 25 अगस्त को नई दिल्ली में 1 दिन की किसान महापंचायत में किसानों से बड़ी संख्या में शामिल होने का आह्वान किया गया। किसान नेताओं ने कहा कि किसानों पर चौतरफा हमले किये जा रहे हैं, एक तरफ नई-नई योजनाओं के माध्यम से किसानों की जमीनों पर कब्ज़ा करने की साजिशें रची जा रही हैं तो दूसरी तरफ अमेरिका जैसे देश भारत पर दबाव बना कर भारत के खेती, डेयरी, पोल्ट्री एवम मछली पालन सेक्टरों में प्रवेश करना चाहते हैं। किसान नेताओं ने कहा कि आज देश के किसानों को एकजुट होकर खेती क्षेत्र पर हो रहे चौतरफा हमलों का मुकाबला करना चाहिए।
किसान संगठनों को एकजुट होने का आह्वान
देश के किसानों को संगठित करने के लिए एवम 25 अगस्त को दिल्ली में आयोजित किसान महापंचायत की तैयारियों के लिए आगामी 11 एवं 12 अगस्त को राजस्थान के श्रीगंगानगर एवम हनुमानगढ़ में, 14 एवं 15 अगस्त को मध्यप्रदेश के इटारसी व अशोकनगर में 17, 18 एवं 19 अगस्त को उत्तर प्रदेश के अलीगढ़, संभल एवम बागपत में किसान महापंचायतों का आयोजन किया जा रहा है।
किसान नेताओं ने कहा कि आज इस महापंचायत से हम सभी किसान संगठनों को एकजुट होने का आह्वान करते हुए निवेदन करते हैं कि एमएसपी गारंटी कानून बनवाने, स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट लागू कराने, 2013 का भूमि अधिग्रहण दोबारा से पूरे देश में लागू कराने के लिए संकल्प करते हुए आंदोलन शुरू करें ताकि किसानों को उनके हक दिलाये जा सकें जिस से किसानों की आत्महत्या बंद हो।
ये रहे मौजूद
आज किसान महापंचायत में मुख्य तौर पर जगजीत सिंह डल्लेवाल, बलदेव सिंह सिरसा , सतनाम सिंह बेहरु, राजबीर सिंह (उत्तर प्रदेश), अनिल तालान (उत्तर प्रदेश), नितिन बालयान (उत्तर प्रदेश), इंदरजीत पन्नीवाला (राजस्थान), जरनैल सिंह चहल (हरियाणा), गुरदास सिंह (हरियाणा), अभिमन्यु कोहाड़ (हरियाणा), सुरेंद्र सिंह गौड आदि ने भाग लिया।