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डीजीपी हरियाणा शत्रुजीत कपूर ने ‘मनीषा’ मामले में किए अहम खुलासे, बोले-प्रसिद्धि की चाह में सुर्खियां बटोरने वाले शरारती तत्वों पर भी की गई कार्रवाई

डीजीपी हरियाणा शत्रुजीत कपूर ने मनीषा मौत मामले में प्रेसवार्ता की, जिसमें उन्होंने पत्रकारों के सवालों के खुलकर जवाब दिए। डीजीपी शत्रुजीत कपूर ने कहा कि अब यह मामला सीबीआई को सौंपा जा रहा है, केस सौंपने की औपचारिकताएं पूरी करने का कार्य किया जा रहा है। परिजनों की मांग व राज्य सरकार के परिजनों को दिए गए कमेटमेंट के चलते सीबीआई को केस सौंपा जा रहा है। डीजीपी ने कहा कि प्रदेश के डॉक्टरों व वैज्ञानिकों की निष्ठा पर कोई प्रश्रचिह्न नहीं है।

Written By: Anurekha Lambra
Last Updated: August 21, 2025 16:19:27 IST

India News (इंडिया न्यूज), DGP Haryana Shatrujeet Kapoor On Manisha Death Case : डीजीपी हरियाणा शत्रुजीत कपूर ने मनीषा मौत मामले में प्रेसवार्ता की, जिसमें उन्होंने पत्रकारों के सवालों के खुलकर जवाब दिए। डीजीपी शत्रुजीत कपूर ने कहा कि अब यह मामला सीबीआई को सौंपा जा रहा है, केस सौंपने की औपचारिकताएं पूरी करने का कार्य किया जा रहा है। परिजनों की मांग व राज्य सरकार के परिजनों को दिए गए कमेटमेंट के चलते सीबीआई को केस सौंपा जा रहा है। डीजीपी ने कहा कि प्रदेश के डॉक्टरों व वैज्ञानिकों की निष्ठा पर कोई प्रश्रचिह्न नहीं है। 

प्रश्र चिह्न लगाने का प्रयास करने वाले सोशल मीडिया इंफुवेंसर को किया जा रहा चिह्नित

उन्होंने कहा कि मनीषा मामले में अभी काफी मैडिकल रिपोर्ट के परिणाम आना बाकी है। रिपोर्ट आने के बाद सीबीआई को सौंपी जाएगी। डीजीपी ने कहा कि प्रसिद्धि की चाह में सुर्खियां बटोरने के लिए वीडियो बनाने वाले शरारती तत्वों पर भी की कार्रवाई गई है और सोशल मीडिया  चैनल्स सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स की लिस्ट भी बनाई जाएगी, जिन्होंने इस मामले को गलत तरीके से प्रस्तुत किया। उन्होंने कहा कि प्रसिद्धि की चाह में लोकतंत्र पर प्रश्र चिह्न लगाने का प्रयास करने वाले सोशल मीडिया इंफुवेंसर को किया जा रहा चिह्नित, ताकि भविष्य में ऐसा घटनाक्रम फिर ना हो। 

बगैर जांच व बेटी की निजता के चलते पत्र को पब्लिक के सामने नहीं लाया गया।

इस घटनाक्रम को लेकर पत्रकारों के सवालों के जवाब में कहा कि मनीषा के बैग में पत्र मिला था। बगैर जांच व बेटी की निजता के चलते पत्र को पब्लिक के सामने नहीं लाया गया। जो सुसाईड नोट मिला, उसको सही-गलत सिद्ध करने में समय लगा है। शव को पहली बार खेत मालिक द्वारा काम के लिए रखे लड़के ने आवारा कुत्तों के झुंड द्वारा नोंचते हुए देखा था। वहीं मनीषा ने ड्राईवर को फोन कर कहा था, वह अभी घर नहीं जाएगी, जिसके बाद एक कीटनाशक की दुकान से कीटनाशक खरीदने के सबूत भी हैं। कीटनाशक रखने वाले दुकानदार के भी बयान लिए गए हैं। मनीषा के बाजार से गुजरते सीसीटीवी के साक्ष्य भी है। 

जहर पहले शरीर के अंदुरूनी भागों में फैलता

कीटनाशक पीए हुए व्यक्ति के शव को आवारा पशु अक्सर नहीं नोंचते के सवाल पर डीजीपी बोले कि जहर पहले शरीर के अंदुरूनी भागों में फैलता है, उसके बाद त्वचा व शरीर के ऊपरी भागों तक पहुंचता है। पोस्टमार्टम प्रक्रिया की वीडियाग्राफी भी करवाई गई है। मनीषा का अंतिम संस्कार होने के बाद डीजीपी ने कहा कि आंदोलन नेतृत्व विहीन होने के बाद कुछ पंचायती लोगों ने सहयोग किया। 

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