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मांगों को लेकर शिक्षा मंत्री से मिला मिड डे मील वर्कर्स का प्रतिनिधिमंडल, मंत्री की अध्यक्षता में 19 अगस्त को चंडीगढ़ में होगी अधिकारियों के साथ दोबारा बैठक

मिड डे मील वर्कर्स यूनियन हरियाणा (सीटू) के नेतृत्व में प्रदेश भर से हजारों मिड डे मील वर्कर्स 3 अगस्त को पानीपत पहुंची थी। उन्होंने अपनी मांगों और समस्याओं के लिए शिक्षा मंत्री महीपाल ढांडा के कार्यालय का घेराव किया था। मंत्री ने 7 अगस्त को यूनियन को बातचीत के लिए आमंत्रित किया था। जिसके तहत वीरवार को मंत्री महिपाल ढांडा से प्रतिनिधिमंडल मिला।

Written By: Anurekha Lambra
Last Updated: August 7, 2025 20:39:44 IST

India News (इंडिया न्यूज), Mid-Day Meal Workers Met Education Minister : मिड डे मील वर्कर्स यूनियन हरियाणा (सीटू) के नेतृत्व में प्रदेश भर से हजारों मिड डे मील वर्कर्स 3 अगस्त को पानीपत पहुंची थी। उन्होंने अपनी मांगों और समस्याओं के लिए शिक्षा मंत्री महीपाल ढांडा के कार्यालय का घेराव किया था। मंत्री ने 7 अगस्त को यूनियन को बातचीत के लिए आमंत्रित किया था। 

जिसके तहत वीरवार को मंत्री महिपाल ढांडा से प्रतिनिधिमंडल मिला। वार्ता में यूनियन की प्रदेश अध्यक्ष राजरानी, महासचिव जय भगवान, उपाध्यक्ष गगनदीप, सुनीता, ओपी माटा, सचिव शरबती, प्रकाश, कोषाध्यक्ष सत्यवान, पानीपत जिला प्रधान निर्मला, सचिव कविता और सीटू जिला प्रधान सुनील दत्त प्रमुख रूप से शामिल रहे।

कई महीने से वर्कर्स का मानदेय नहीं दिया जा रहा

शिक्षा मंत्री के साथ वार्ता में राज्य प्रधान राजरानी और महासचिव जय भगवान ने कहा कि लंबे समय से मिड डे मील वर्कर्स की अनदेखी की जा रही है। कई कई महीने से वर्कर्स का मानदेय नहीं दिया जा रहा है। वर्दी का पैसा भी स्कूलों में नहीं मिल रहा। मानदेय में कटौती की जा रही हैं। सरकार व प्रशासन मिड डे मील वर्कर्स का शोषण कर रहा है। 

सेवानिवृति के समय एक रुपया तक नहीं मिलता

मानदेय भी 10 महीने मिलता है जबकि काम तो करीब 11 महीने करना पड़ता है। इसीलिए शिक्षकों व अन्य स्टाफ की तरह 12 महीने वेतन मिलना चाहिए व यह 26 हजार रुपये से कम नहीं होना चाहिए। करीब 30 साल से यह योजना जारी है लेकिन जिन वर्करों ने इस योजना में सालों काम किया उन्हें सेवानिवृति के समय एक रुपया तक नहीं मिलता। स्कूल में डयूटी के दौरान भोजन बनाते हुए दुर्घटनाओं में घायल हो जाते हैं, वर्करों की मौत हो जाती है लेकिन किसी प्रकार की आर्थिक मदद का प्रावधान नहीं है।

शिक्षा मंत्री महीपाल ढांडा ने सभी मुद्दों को गंभीरता से सुना

सभी मांगो पर विस्तार से चर्चा हुई। शिक्षा मंत्री महीपाल ढांडा ने सभी मुद्दों को गंभीरता से सुना। उन्होंने यूनियन को 19 अगस्त को दोबारा चंडीगढ़ में बातचीत के लिए बुलाया। उन्होंने कहा कि उक्त बैठक में विभाग के अधिकारियों को भी बुलाया जाएगा और मांग पत्र पर बातचीत करते हुए मांगो ओर समस्याओं का समाधान करने का प्रयास करेंगे।

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