India News (इंडिया न्यूज), Panipat News : 9 सदस्यों का भारतीय प्रतिनिधिमंडल चीन के लिए रवाना हो गया। प्रतिनिधिमंडल पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना के सांस्कृतिक मामलों के मंत्री जू निंग की देखरेख में पहुंचा। भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व आईआईटी जोधपुर से एआई करने वाली पानीपत की मुस्कान भयाना कर रहीं हैं।
यह भारत-चीन के रिश्तों में नई मजबूती, सांस्कृतिक आदान-प्रदान की दिशा में कार्य करेगा। प्रतिनिधिमंडल को भारत से पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना के अटैची ने रवाना किया है। जू निंग ने भारतीय प्रतिनिधिमंडल को चीन भेजने को भारत के आपसी संबंधों की मजबूती प्रदान से जोड़कर देखा जा रहा है।
पानीपत की मुस्कान भयाना, दिल्ली के वरुण चोपड़ा सहित अन्य दूसरे राज्यों से 7 सदस्यों को शामिल
भारतीय प्रतिनिधिमंडल में डॉ. डीएन कोटनिस एक्युपंक्चर हॉस्पिटल लुधियाना की तरफ से पानीपत की मुस्कान भयाना, दिल्ली के वरुण चोपड़ा सहित अन्य दूसरे राज्यों से 7 सदस्यों को शामिल किया है। भारत में पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना के सांस्कृतिक मामलों के मंत्री सलाहकार वांग शिनमिंग ने बताया कि भारत का प्रतिनिधिमंडल चीन के अलग-अलग स्थानों में जाकर भारतीय और चीन की संस्कृति के बारे में जानकारी देंगे।
चीनी सैनिकों की जान बचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी
मुस्कान भयाना ने बताया कि द्वारकानाथ कोटनिस ने चीन-जापान युद्ध के दौरान हजारों चीनी सैनिकों की जान बचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। युद्ध के दौरान चीनी सैनिकों की मदद के दौरान अपनी जान की परवाह किए बिना दिन-रात सेवा करते हुए बीमारी से लड़ते हुए निधन हो गया था। चीन में उन्हें आज भी एक नायक और भारत-चीन मित्रता के प्रतीक के रूप में जाना जाता है।
भारत-चीन की दोस्ती करेंगे मजबूतः मुस्कान
मुस्कान कहती हैं कि जिस मुख्य उद्देश्य से चीन भेजा गया है, हमारा प्रयास रहेगा की भारत और चीन की दोस्ती को मजबूत करें। इस विश्वास के साथ कि विश्व में भारत तीसरी सबसे अर्थव्यवस्था की ओर बढ़ रहा है, उसमें भारत व चीन की दोस्ती विश्व में एक उदाहरण प्रस्तुत करें। दिल्ली के वरुण चोपड़ा कहते हैं कि यह हरियाणा के लिए गौरव की बात है कि पानीपत की रहने वाली मुस्कान भयाना को भारत का प्रतिनिधित्व करने गौरव प्राप्त हुआ।
प्रधानमंत्री 31 को जाएंगे चीनी दौरे पर
कोविड-19 के बाद पहली बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चीन के दौरे पर जाएंगे। पीएम मोदी 31 अगस्त शंघाई सहयोग संगठन के शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए चीन जा रहे हैं। यहां उनकी मुलाकात चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से होगी। इससे एक बार फिर से दोनों देशों के बीच बेहतर संबंध बहाल होंगे।