India News (इंडिया न्यूज),Greta Thunberg:स्वीडिश पर्यावरण कार्यकर्ता और नोबेल पीस प्राइज विजेता ग्रेटा थनबर्ग को इजरायल ने रोक दिया है। सोमवार सुबह इजरायल की स्पीडबोट ग्रेटा थनबर्ग और उनके जहाज को घेर लिया। इसके बाद इजरायल के सैनिकों ने थनबर्ग के जहाज को अपने कब्जे में ले लिया। इजरायल ने पहले ही इस कार्रवाई के बारे में चेताया था। इजरायल सैनिकों के जहाज पर पहुंचने के बाद ग्रेटा और उनके साथ मौजूद सभी कार्यकर्ताओं ने आपात स्थिति से निपटने के लिए लाइफ जैकेट पहन ली। बता दें जिस जहाज को इजरायल ने कब्जे में लिया है वो गाजा के लोगों के लिए राहत का सामान लेकर जा रहा था। इज जहाज में कुल 12 लोग मौजूद थे।
स्वीडिश पर्यावरण कार्यकर्ता ने वीडियो किया जारी
वहीं नोबेल पीस प्राइज विजेता ग्रेटा थनबर्ग ने इजरायली कार्रवाई से पहले एक वीडियो जारी किया। जिसमे उन्होने मदद की गुहार लगाई है। स्वीडिश पर्यावरण कार्यकर्ता ने इजरायल पर उन्हे किडनैप करने का आरोप लगाया है। और कहा कि सभी को उनकी रिहाई के लिए दबाव बनाना चाहिए। वहीं इज़रायली सेना द्वारा हिरासत में लिए जाने के बाद उन्हें सैंडविच और पानी दिया गया।
ग्रेटा ने गाजा के लिए कही थी ये बात
ग्रेटा का जहाज 1 तारीख को इटली के सिसिली द्वीप से गाजा के लिए रवाना हुआ था। उनके साथ जहाज पर 12 अन्य कार्यकर्ता भी हैं। गाजा रवाना होने से पहले ग्रेटा ने कहा था कि अगर मानवता में कोई उम्मीद बची है तो हमें फिलिस्तीन के लिए आवाज उठानी होगी। ग्रेटा और उनकी टीम गाजा के लिए दवा, अनाज, बच्चों के लिए दूध, डायपर और वाटर प्यूरीफायर लेकर जा रही थी। हालांकि, इजरायली सैनिकों ने उन्हें पहले ही रोक दिया।
Greta Thunberg and 11 other activists onboard the ‘Freedom Flotilla’ selfie yacht are being towed to Israel after being detained by the IDF; will be sent back home soon. They were given sandwiches and water after being detained. pic.twitter.com/xEk3cO5fqU
— Aditya Raj Kaul (@AdityaRajKaul) June 9, 2025
इजराइल ने पहले ही मना कर दिया था
एक दिन पहले ही ग्रेटा को इजराइल ने गाजा न जाने की सलाह दी थी। इजराइल ने साफ कहा था कि इजराइली सेना ग्रेटा और उनके साथियों को गाजा की सीमा में घुसने नहीं देगी। अगर वे बात नहीं मानते हैं तो उन्हें हिरासत में भी लिया जा सकता है। इजराइल की इस धमकी के बाद ग्रेटा ने कई मानवाधिकार संगठनों से मदद भी मांगी थी। हालांकि, मदद मिलने से पहले ही इजराइल ने उन्हें गाजा जाने से रोक दिया और उनके वोट को अपने कब्जे में ले लिया है।