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Greater Noida Aqua Line extension: नोएडा (Noida) और ग्रेटर नोएडा (Greater Noida) के लाखों यात्रियों के लिए राहत भरी खबर सामने आई है। लंबे समय से जिस मेट्रो कनेक्टिविटी (Metro Connectivity) की मांग की जा रही थी, अब वह हकीकत बनने की ओर बढ़ रही है। नोएडा मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (NMRC) ने एक्वा लाइन के विस्तार कार्यों को तेजी से आगे बढ़ाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
प्री-बिड मीटिंग से बढ़ी उम्मीदें
NMRC ने विस्तार परियोजनाओं के लिए डिटेल्ड डिज़ाइन कंसल्टेंट (DDC) नियुक्त करने की कवायद तेज कर दी है। इसी क्रम में गुरुवार को NMRC मुख्यालय में प्री-बिड मीटिंग आयोजित हुई। बैठक में 10 से अधिक नामी कंसल्टेंसी एजेंसियों ने हिस्सा लिया और विस्तार परियोजना से जुड़े तकनीकी पहलुओं पर विस्तृत चर्चा की। यह स्पष्ट संकेत है कि अब इन प्रोजेक्ट्स पर काम की गति और तेज होगी।
तीन बड़े कॉरिडोर से जुड़ेगा नेटवर्क
प्रस्तावित विस्तार योजना के तहत तीन प्रमुख कॉरिडोर विकसित किए जाएंगे:
1. सेक्टर-51 से नॉलेज पार्क-V
यह कॉरिडोर खासतौर पर ग्रेटर नोएडा वेस्ट (नोएडा एक्सटेंशन) के यात्रियों के लिए राहत लेकर आएगा। वर्तमान में यहां रहने वालों को नोएडा और दिल्ली पहुंचने के लिए लंबा सफर तय करना पड़ता है। नई लाइन शुरू होने पर सीधे मेट्रो की सुविधा मिलेगी और समय की बचत होगी।
2. सेक्टर-142 से बॉटनिकल गार्डन
इस कॉरिडोर का सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि यात्रियों को दिल्ली मेट्रो से सीधा कनेक्शन मिलेगा। बॉटनिकल गार्डन (Botanical Garden) से ब्लू और मैजेंटा लाइन (Blue and Magenta Line) का लिंक मौजूद है, जिससे साउथ दिल्ली तक पहुंचना बेहद आसान हो जाएगा। अभी तक लोग अलग-अलग साधनों का सहारा लेकर सफर करते हैं, लेकिन विस्तार के बाद यात्रा सुविधाजनक और तेज होगी।
3. डिपो स्टेशन से बोरकी तक
यह कॉरिडोर मेट्रो को ग्रेटर नोएडा के अंतिम छोर तक ले जाएगा। इससे न केवल इस क्षेत्र के निवासियों को राहत मिलेगी, बल्कि नोएडा-ग्रेटर नोएडा के बीच पब्लिक ट्रांसपोर्ट को और मजबूती भी मिलेगी।
ट्रैफिक से मिलेगी राहत
NMRC अधिकारियों का कहना है कि इन विस्तार परियोजनाओं से सफर का समय काफी घटेगा। लोगों को ट्रैफिक जाम से छुटकारा मिलेगा और सार्वजनिक परिवहन पर निर्भरता बढ़ेगी। इससे निजी वाहनों का दबाव भी कम होगा। अधिकारियों ने जानकारी दी है कि तकनीकी बोली (टेक्निकल बिड) इसी माह सितंबर में खोली जाएगी। इसके बाद आगे की कार्यवाही तेजी से बढ़ाई जाएगी ताकि यात्रियों को जल्द से जल्द नई मेट्रो कनेक्टिविटी का लाभ मिल सके।