413
Ranchi News: झारखंड (Jharkhand) की राजधानी रांची (Ranchi) में मंगलवार देर रात सुरक्षा एजेंसियों (Security Agency) ने एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया। लोअर बाजार थाना क्षेत्र के इस्लाम नगर के पास स्थित तबरक लॉज से एक संदिग्ध युवक को हिरासत में लिया गया है। यह कार्रवाई दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल, झारखंड एटीएस (Jharkhand ATS) और रांची पुलिस (Ranchi Police) की संयुक्त टीम ने मिलकर की। शुरुआती जांच में आशंका जताई जा रही है कि युवक के तार आतंकी संगठन से जुड़े हो सकते हैं।
कार्रवाई की शुरुआत कैसे हुई?
दिल्ली पुलिस (Delhi Police) को काफी समय से इस युवक की गतिविधियों पर इनपुट मिल रहे थे। इन सूचनाओं को झारखंड एटीएस (Jharkhand ATS) और रांची पुलिस (Ranchi Police) के साथ साझा किया गया। इनपुट की पुष्टि के बाद मंगलवार देर रात तीनों एजेंसियों ने संयुक्त ऑपरेशन चलाया और तबरक लॉज को घेर लिया। तलाशी अभियान के दौरान संदिग्ध युवक को हिरासत में ले लिया गया और लॉज को तत्काल सील कर दिया गया।
रात के अंधेरे में अचानक भारी संख्या में पुलिस और ATS के जवानों के पहुंचने से इस्लाम नगर और आसपास के इलाके में अफरा-तफरी का माहौल बन गया। चश्मदीदों के मुताबिक, जवानों ने पूरे लॉज को चारों ओर से घेर लिया और अंदर जाकर गहन तलाशी शुरू कर दी। स्थानीय लोग इस अप्रत्याशित कार्रवाई से दहशत में आ गए।
संदिग्ध के पास मिला ये समान
फिलहाल पुलिस युवक से लगातार पूछताछ कर रही है। एजेंसियां यह जानने की कोशिश कर रही हैं कि उसका नेटवर्क कहां-कहां फैला है और वह सीधे किस संगठन से जुड़ा हुआ है। सूत्रों के अनुसार, उसके मोबाइल फोन, दस्तावेज़ और अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को कब्जे में लेकर बारीकी से खंगाला जा रहा है।
क्यों अहम है यह मामला?
रांची जैसे शहर से आतंकी संगठन से जुड़े संदिग्ध की गिरफ्तारी सुरक्षा एजेंसियों के लिए महत्वपूर्ण सफलता मानी जा रही है। इस कार्रवाई से यह साफ हो गया है कि युवक की गतिविधियों पर लंबे समय से गुप्त निगरानी रखी जा रही थी। पूछताछ के बाद आने वाले दिनों में कई अहम खुलासे होने की संभावना है, जो राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े मामलों को और गहराई से उजागर कर सकते हैं।
क्या हैं आगे की राह?
फिलहाल अधिकारियों ने आधिकारिक तौर पर अधिक जानकारी सार्वजनिक नहीं की है। लेकिन संयुक्त कार्रवाई और पूछताछ की गंभीरता से यह अंदेशा लगाया जा रहा है कि मामला बेहद संवेदनशील है। सुरक्षा एजेंसियां किसी भी बड़े आतंकी नेटवर्क की कड़ी तक पहुंचने की कोशिश कर रही हैं।