HSS Nepal: जैसे की आप सभी जानते हैं कि भारत में RSS (राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ) लंबे समय से हिंदुओं की एकता और सुरक्षा को लेकर काम करता है। ये एक ऐसा संघ है जिसे भारत का सबसे बड़ा स्वयंसेवी संगठन कहा जाता है, ये संगठन हिंदू संस्कृति, धर्म और राष्ट्रवाद को बढ़ावा देने के कदम पर कार्य करता है। लेकिन आज हम इस खबर आपको नेपाल में हिंदुओं की सुरक्षा और एकता बनाए रखने वाले प्रमुख संगठन के बारे में जानकारी देने जा रहे है। आइए जानते हैं कि यह कौन सा संगठन है और इसका नाम क्या है।
नेपाल का हिंदू संगठन
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि नेपाल में हिंदुत्व की वकालत करने वाले संगठन का नाम HSS (हिंदू स्वयंसेवक संघ) है। दरअसल हिंदू स्वयंसेवक संघ (HSS) की स्थापना 1992 में नेपाल में हुई थी। ये संगठन भारत के राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) से प्रेरित है। यह संगठन नेपाल के हिंदू समाज को संगठित करने, हिंदू संस्कृति को बढ़ावा देने और नेपाल में कुछ राजनीतिक मोर्चों पर सक्रिय रहने के लिए बनाया गया है। चलिए जान लेते हैं ये संघ क्या-क्या कार्य करता है।
HSS के मुख्य कार्य
जानकारी के मुताबिक ये संगठन हिंदू पहचान को मज़बूत करने, धर्मांतरण रोकने और सामाजिक एकता को बढ़ावा देने पर काम करता है। HSS अपनी शाखाओं के माध्यम से युवाओं में हिंदू संस्कृति के प्रति जागरूकता फैलाता है। इतना ही नहीं ये संघ सामुदायिक सेवा कार्यों का भी हिस्सा बनता है। हाल ही में HSS ने नेपाल को पुनः हिंदू राष्ट्र बनाने की मांग का समर्थन किया है। इतना ही नहीं बल्कि एचएसएस रामनवमी, हनुमान जयंती जैसे धार्मिक आयोजनों में सक्रिय रूप से भाग लेता है। ये संघ हिंदू समुदाय को एक करने और उनमें एकता बढ़ाने का काम करता है। साथ ही युवा पीढ़ी को आदर करना और अच्छे कर्मों की तरफ ले जाता है।
एक दूसरे से कितना मेल खाते हैं दोनों संगठन?
RSS और HSS भले ही औपचारिक रूप से एक होने की बात न करते हों। लेकिन, शाखाओं की कार्यशैली, गणवेश, प्रशिक्षण पद्धति और यहां तक कि शाखा-प्रार्थना भी लगभग एक जैसी ही है। आपको बता दें कि नेपाल में हिंदुत्व की राजनीति का इतिहास काफी पुराना और मजबूत है। आधुनिक नेपाल के निर्माता पृथ्वी नारायण शाह नेपाल को ही असली हिंदुस्तान मानते थे। वहीं 19वीं सदी में मराठी ब्राह्मणों के प्रभाव और 1925 में आरएसएस के गठन के साथ ही नेपाल में हिंदुत्व के विचार और मजबूत हुए।