316
JDU leaders join Jan Suraj Party: बिहार की सियासत में शुक्रवार का दिन अहम साबित हुआ। जन सुराज पार्टी को मज़बूती देने के लिए जनता दल यूनाइटेड (JDU) के दो बड़े नेताओं दसई चौधरी (desai chaudhary) और भुवन पटेल ( Bhuvan Patel) ने अपने समर्थकों के साथ पार्टी की सदस्यता ग्रहण की। यह मिलन समारोह पटना स्थित पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष उदय सिंह (udai singh) के शेखपुरा हाउस आवास पर आयोजित किया गया। इस मौके पर प्रदेश अध्यक्ष मनोज भारती, संगठन महामंत्री सुभाष कुशवाहा, पूर्व सांसद सीताराम यादव, पूर्व एमएलसी रामबली चंद्रवंशी और सुधीर शर्मा समेत कई वरिष्ठ नेता मौजूद रहे।
उदय सिंह का नीतीश सरकार (Nitish Government) पर निशाना
कार्यक्रम के दौरान उदय सिंह ने दोनों नेताओं को पीला गमछा पहनाकर पार्टी में स्वागत किया और पत्रकारों से बातचीत की। उन्होंने कहा कि जो नेता आज जन सुराज से जुड़े हैं, वे लम्बे समय तक नीतीश कुमार के साथ रहे हैं और हमेशा बेहतर राजनीति की राह पर चले। लेकिन अब नीतीश कुमार अपनी मूल सोच और दिशा से भटक गए हैं। मैं खुद नीतीश जी का प्रशंसक रहा हूं, लेकिन आज वे जिन लोगों से घिरे हैं, उससे बिहार का भविष्य अंधकार की ओर बढ़ रहा है। इतिहास में अब उनका नाम स्वर्णाक्षरों में नहीं लिखा जाएगा।
पुराने कार्यकर्ताओं का सम्मान नहीं- दसई चौधरी
जन सुराज से जुड़ने के बाद पूर्व मंत्री और वरिष्ठ नेता दसई चौधरी ने नीतीश कुमार पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि जब वे विधायक थे, तब नीतीश कुमार राजनीति में उतने मज़बूत नहीं थे। लालू प्रसाद यादव (Lalu prasad Yadav) की पार्टी से तीन बार विधायक रहने के बाद उन्होंने तन-मन-धन से नीतीश का साथ दिया।
लेकिन समय के साथ नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने उन्हें और अन्य पुराने कार्यकर्ताओं को न संगठन में और न ही सरकार में उचित स्थान दिया। चौधरी ने कहा कि मैं एमएलसी, तीन बार विधायक, सांसद और चंद्रशेखर सरकार में मंत्री भी रहा हूं। अब मुझे किसी पद की ज़रूरत नहीं है, मैं संगठन में काम करने आया हूं। उन्होंने यह भी साफ कर दिया कि उन्हें महुआ विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ने में कोई दिलचस्पी नहीं है।
कुछ लोग ही सरकार चला रहे हैं- भुवन पटेल
दूसरे बड़े नेता भुवन पटेल ने भी JDU से दूरी बनाने के कारण बताए। उन्होंने कहा कि वे समता पार्टी के फाउंडर मेंबर रहे हैं और बिहार-उत्तर प्रदेश में संगठन को मज़बूत करने में अहम भूमिका निभाई है। नीतीश कुमार को उन्होंने सबसे “जीनियस मुख्यमंत्री” बताया, लेकिन यह भी कहा कि उम्र के साथ उनकी सक्रियता कम हो गई है और अब उनके आसपास कुछ चुनिंदा लोग ही सरकार चला रहे हैं। पटेल ने आरोप लगाया कि सत्ता और संगठन में जगह पाने का अवसर केवल “अपने लोगों” को दिया जा रहा है, जिससे पुराने समर्पित कार्यकर्ता हाशिए पर चले गए हैं।
उन्होंने कहा कि पहले भी जब प्रशांत किशोर जेडीयू के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष थे, तब वे उनके साथ काम कर चुके हैं। इस बार भी उन्होंने जन सुराज से जुड़ने की इच्छा जताई तो प्रशांत किशोर ने सादर आमंत्रण दिया। तीन सितंबर को उन्होंने जेडीयू के सभी पदों से इस्तीफ़ा दे दिया और अब जन सुराज के साथ काम करेंगे।