India News (इंडिया न्यूज), MANAS- Helpline 1933 : केन्द्र व राज्य सरकार की नशा के विरुद्ध जारी लड़ाई में पानीपत पुलिस पूरी प्रतिबद्धता और समर्पण के साथ जुड़ी हुई है। अब इस निर्णायक जंग में केंद्र सरकार ने एक ऐतिहासिक पहल करते हुए राष्ट्रीय नारकोटिक्स हेल्पलाइन MANAS-1933 की शुरुआत की है। यह हेल्पलाइन 24 घंटे संचालित होगी और इसका उद्देश्य जल्द से जल्द भारत को नशा मुक्त बनाना है।
समाज में जागरूकता फैलाने की दिशा में एक बड़ा कदम
सरकार की इस पहल को देशभर में नशा तस्करी रोकने, नशे की लत से पीड़ित लोगों को सहायता उपलब्ध कराने और समाज में जागरूकता फैलाने की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है। इस मुहिम से पानीपत पुलिस भी जुड़ी हुई है और पुलिस नशा विरोधी अभियान को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए MANAS-1933 के माध्यम से प्राप्त सूचनाओं पर तत्परता से कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। इस हेल्पलाइन के माध्यम से आमजन ड्रग तस्करी, नशा सेवन व इससे जुड़ी गतिविधियों की गोपनीय सूचना सांझा कर सकते हैं, जिसकी सूचना देने वाले की पहचान पूरी तरह गोपनीय रखी जाएगी।
समाज में नशे के खिलाफ एकजुटता का संदेश भी देगी
इसके अतिरिक्त, हेल्पलाइन पर काउंसलिंग व पुनर्वास सुविधाएं भी उपलब्ध होंगी, जिससे नशे के शिकार लोगों को दोबारा सामान्य जीवन की ओर लौटने में मदद मिलेगी। यह हेल्पलाइन देशभर की एंटी-नारकोटिक्स टास्क फोर्स (ANTF) से भी जुड़ी हुई है, जिससे सूचना मिलते ही तस्करों पर त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित की जा सकेगी। साथ ही https://www.ncbmanas.gov.in/awareness नामक वेबसाइट भी शुरू की गई है, जिस पर नशे के विरुद्ध जागरूकता फैलाने हेतु पोस्टर, वीडियो, ब्रोशर आदि उपलब्ध कराए गए हैं। यह सामग्री न केवल जागरूकता को बढ़ावा देगी, बल्कि समाज में नशे के खिलाफ एकजुटता का संदेश भी देगी।
नशे के खिलाफ इस लड़ाई में सक्रिय भागीदार बनें
पुलिस अधीक्षक भूपेंद्र सिंह ने नागरिकों से अपील की है कि वे इस हेल्पलाइन नंबर MANAS-1933 का अधिक से अधिक प्रचार करें और नशे के खिलाफ इस लड़ाई में सक्रिय भागीदार बनें। उन्होंने बताया कि पानीपत पुलिस की विभिन्न टीमें जिला को नशा मुक्त बनाने के लिए आमजन से संपर्क स्थापित करके नशे के दुष्परिणामों बारे अवगत करवाते हुए नशा ना करने बारे जागरूक कर रही है। पुलिस अधीक्षक भूपेंद्र सिंह ने कहा कि सरकार का मानना है कि नशे के खिलाफ लड़ाई में प्रशासन के साथ-साथ समाज के हर वर्ग की भागीदारी जरूरी है। MANAS-1933 हेल्पलाइन न केवल तस्करों पर सख्ती से कार्रवाई करने का माध्यम बनेगा, बल्कि यह उन लोगों के लिए भी एक नई उम्मीद साबित होगा जो नशे की गिरफ्त में हैं और इससे बाहर निकलना चाहते हैं। आइए, इस पहल में सहभागी बनें और एक नशामुक्त, स्वस्थ और सशक्त भारत के निर्माण में अपना योगदान दें।