India News (इंडिया न्यूज), Harvinder Kalyan : बुधवार के दिन हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष अरविंद कल्याण ने करनाल के यमुना से लगते बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का दौरा किया और मौके पर मौजूद अधिकारियों को हालातो पर नजर बनाए रखने और हर संभव मदद के लिए निर्देश दिए गए। विधानसभा अध्यक्ष हरविंद्र कल्याण ने कहा देश की नदियों को जोड़ने की योजना में देरी हुई है। अब केंद्र सरकार गंभीरता से नदियों को जोड़ने और सफाई जैसे विषयों पर गंभीरता से कार्य कर रही है। कल्याण ने यमुना नदी के तटबंध पर पहुंचकर जिले के गांव ढाकवाला ओर लालपुरा में स्थिति का निरीक्षण किया । उन्होंने अधिकारियों को नदी के तटबंध को मजबूत करने और कटाव के हालातों के लिए तैयारी रखने के निर्देश दिए।
अधिकारियों के साथ नदी पर चल रहे बाढ़ बचाव के प्रबंधों की समीक्षा की
पहाड़ों में हो रही भारी बरसात के कारण हथनी कुंड बैराज से लगातार यमुना नदी में पानी छोड़ा जा रहा है। यमुना नदी उफान पर है और जलस्तर बढ़ने से पानी तेज गति के साथ तटबंध के कटाव भी कर रहा है। बीते दिनों में कई स्थानों पर यमुना नदी में कटाव होने की घटनाएं हो चुकी है। यमुना में बढ़ रहे बाढ़ के खतरे को देखते हुए विधानसभा स्पीकर हरविंद्र कल्याण ढाकवाला और लालपुरा गांव में यमुना तट पर पहुंचे और अधिकारियों के साथ नदी पर चल रहे बाढ़ बचाव के प्रबंधों की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने ग्रामीणों से भी नदी बहाव और नुकसान को लेकर चर्चा भी की ओर बाद में अधिकारियों को निर्देश दिए।
ग्लोबल वार्मिंग के कारण मौसम का मिजाज बदला
स्पीकर ने कहा कि ग्लोबल वार्मिंग के कारण मौसम का मिजाज बदला है इन दिनों उत्तर भारत में रिकॉर्ड तोड़ बरसात हो रही है जो कि सितम्बर मध्य तक जारी रहने की संभावना है। पहाड़ों में बरसात से नदियों का जलस्तर बढ़ा है। बीते समय में जो बाढ़ बचाव के कार्य यमुना में किए गए थे वे कारगर रहे है और अभी अधिकारियों की निर्देश दिए है कि सभी तरह के प्रबंध पुख्ता रखे जाएं।
1950-60 के दौरान नदियों को जोड़ने की योजना बनी थी लेकिन ये काम नहीं हुआ
कल्याण ने कहा कि साल 1950 ,60 के दौरान नदियों को जोड़ने की योजना बनी थी लेकिन ये काम नहीं हुआ। जिस तरह के हालत बने है उसमें बेहद जरूरी है कि नदियों और नहरों की आपस में कनेक्टिविटी होनी चाहिए। केंद्र सरकार नदियों को जोड़ने और उनकी सफाई के विषय पर कार्य कर रही है। कल्याण ने कहा कि बरसात के कारण किसानों की फसल प्रभावित हुई है सरकार क्षतिपूर्ति पोर्टल के जरिए खराब हुई फसलों का मुआवजा देगी।