India News (इंडिया न्यूज), Education Minister Mahipal Dhanda : राष्ट्रीय खेल दिवस के अवसर पर शिवाजी स्टेडियम में रविवार को हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद की जयंती बड़ी धूमधाम और उत्साह के साथ मनाई गई। इस मौके पर जिले भर से पहुंचे खिलाड़ियों, कोचों, स्कूली बच्चों और खेल प्रेमियों ने मेजर ध्यानचंद को याद किया और उनके पदचिन्हों पर चलने का संकल्प लिया। कार्यक्रम में हरियाणा के शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा ने बतौर मुख्य अतिथि भाग लेकर अपने संबोधन में कहा कि मेजर ध्यानचंद ने अपनी प्रतिभा और मेहनत से न सिर्फ भारत को हॉकी में विश्व पटल पर स्थापित किया, बल्कि देश को गौरवान्वित भी किया। उनकी गिनती आज भी दुनिया के महानतम खिलाड़ियों में होती है।
- युवाओं को ध्यानचंद के जीवन से प्रेरणा लेकर खेलों में आगे बढ़ना चाहिए : एडीसी डॉ पंकज यादव
- राज्य सरकार ने मेजर ध्यानचंद की जयंती को राष्ट्रीय खेल दिवस के रूप में धूमधाम से मनाया
खेल दिवस और स्वच्छता को लेकर शपथ दिलाई
शिक्षा मंत्री ने कहा कि खेल न सिर्फ हमें शारीरिक रूप से स्वस्थ रखते हैं, बल्कि मानसिक विकास और सामाजिक जुड़ाव में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा ने कार्यक्रम में जिले की विभिन्न नर्सरियों और सरकारी स्कूलों से आए बच्चों को राष्ट्रीय खेल दिवस और स्वच्छता को लेकर शपथ दिलाई गई। छोटे-छोटे बच्चों ने हाथ उठाकर स्वच्छ भारत और खेलों के महत्व को अपने जीवन में उतारने का संकल्प लिया।
मोबाइल और टीवी पर अधिक समय बिताने के बजाय खेल मैदानों में समय बिताएं
शिक्षा मंत्री ने कहा कि यह नई पीढ़ी ही कल का भविष्य है और यदि यही खेल और स्वच्छता का महत्व समझ ले तो भारत हर क्षेत्र में नई ऊंचाइयों को छुएगा। कार्यक्रम में अतिरिक्त उपायुक्त एवं डॉ पंकज यादव ने कहा कि युवाओं को ध्यानचंद के जीवन से प्रेरणा लेकर खेलों में आगे बढ़ना चाहिए, क्योंकि खेल ही जीवन में अनुशासन, स्वास्थ्य और टीम भावना लाते हैं। उन्होंने कहा कि खेल न सिर्फ हमें शारीरिक रूप से स्वस्थ रखते हैं, बल्कि मानसिक विकास और सामाजिक जुड़ाव में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। उन्होंने बच्चों से अपील की कि वे मोबाइल और टीवी पर अधिक समय बिताने के बजाय खेल मैदानों में समय बिताएं।
अतिरिक्त उपायुक्त ने कहा कि राष्ट्रीय खेल दिवस का उद्देश्य खेलों के प्रति युवाओं में रुचि जगाना और स्वस्थ भारत का निर्माण करना है। सरकार इसी दिन खेलों के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को सम्मानित भी करती है।
राष्ट्रीय खेल दिवस के इस अवसर पर साइक्लोथॉन का आयोजन भी किया गया
शिक्षा मंत्री ने हरी झंडी दिखाकर साइक्लोथॉन को रवाना किया। इसमें न केवल जिलेभर के सैकड़ों बच्चों ने हिस्सा लिया बल्कि खेल प्रेमियों और शिक्षकों ने भी पूरे उत्साह के साथ भागीदारी निभाई। साइक्लोथॉन का रूट शिवाजी स्टेडियम से शुरू होकर लाल टंकी गुरुद्वारा तक गया और वहां से वापस स्टेडियम में आकर संपन्न हुआ। सड़कों पर बच्चों का उत्साह देखते ही बनता था। जगह-जगह लोगों ने उनका उत्साहवर्धन किया।
शिवाजी स्टेडियम में कार्यक्रम स्थल पर पहुंचने पर मुख्य अतिथि शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा का स्वागत किया गया। अतिरिक्त उपायुक्त डॉ. पंकज, एसडीएम मनदीप सिंह और जिला खेल अधिकारी धरेंद्र हुड्डा ने मंत्री को बुके भेंट किए। जिला खेल अधिकारी ने मंच से सभी अधिकारियों और अतिथियों का अभिनंदन करते हुए कहा कि यह दिन खेल जगत के लिए ऐतिहासिक है।
कार्यक्रम में शामिल बच्चों ने कहा कि आज का दिन उनके लिए यादगार
इस अवसर पर जिला शिक्षा अधिकारी राकेश बूरा ,सीनियर कोच अनुज जागलान, जूडो कोच जगबीर मलिक, एथलेटिक्स कोच हरपाल, हैंडबॉल कोच शीतल के अलावा जिले के अनेक खेल प्रशिक्षक उपस्थित रहे। सभी ने एक स्वर में कहा कि मेजर ध्यानचंद के योगदान को भुलाया नहीं जा सकता। कार्यक्रम में शामिल बच्चों ने कहा कि आज का दिन उनके लिए यादगार है। उन्हें न केवल मेजर ध्यानचंद के जीवन से प्रेरणा मिली बल्कि खेल और स्वच्छता के महत्व को भी समझने का अवसर मिला। साइक्लोथॉन में भाग लेने वाले बच्चों ने कहा कि ऐसी गतिविधियां उन्हें फिट और ऊर्जावान बनाती हैं।