Bihar Election 2025: बिहार में संभावित अक्टूबर-नवंबर के महिनें में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर चुनाव आयोग ने अपनी कमर कस ली है। पटना जिले में चुनाव की प्रक्रिया को सुचारू रूप से संपन्न कराने के लिए विशेष इंतजाम किए जा रहे हैं।मंगलवार को जारी एक आदेश के अनुसार, जिले के 563 सेक्टर पदाधिकारियों और पुलिस पदाधिकारियों को उनके कर्तव्यों और जिम्मेदारियों के बारे में विस्तार से बताया जाएगा। इस संबंध में 28 अगस्त को श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा।
DM ने दिए सख्त आदेश
आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर पटना जिला प्रशासन ने भी तैयारियां तेज कर दी हैं। जिले के डीएम डॉ. त्यागराजन एसएम ने आदेश जारी करते हुए कहा है कि चुनाव को निष्पक्ष और भयमुक्त माहौल में संपन्न कराना प्रशासन की प्राथमिकता है।डीएम ने बताया कि जिले के सभी 14 विधानसभा क्षेत्रों के 563 सेक्टर पदाधिकारी और सेक्टर पुलिस पदाधिकारी चुनाव प्रक्रिया को सफल बनाने के लिए प्रतिनियुक्त किए गए हैं। इन सभी पदाधिकारियों को 28 अगस्त को श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा। इस दौरान उन्हें मतदान प्रक्रिया, जिम्मेदारियों और सुरक्षा व्यवस्था से संबंधित दिशा-निर्देश दिए जाएंगे। डॉ. त्यागराजन ने कहा कि सेक्टर पदाधिकारी और पुलिस पदाधिकारी अपने-अपने क्षेत्र में कमजोर बस्तियों की पहचान करेंगे, जहां दबंग या बाहरी तत्व मतदाताओं को वोट डालने से रोकने की कोशिश करते हैं। ऐसे मतदाताओं को प्रशासन की ओर से सुरक्षा मुहैया कराई जाएगी और उन्हें मतदान करने के लिए प्रेरित किया जाएगा।
जिले के हर 10 बूथ पर एक सेक्टर पदाधिकारी तैनात
विधानसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर पटना जिला प्रशासन ने बूथ स्तर तक सख्ती बरतनी शुरू कर दी है। पटना जिले में कुल 14 विधानसभा क्षेत्र और 5665 मतदान केंद्र (बूथ) बनाए गए हैं। हर 10 बूथ पर एक सेक्टर पदाधिकारी की तैनाती की गई है, ताकि चुनाव प्रक्रिया बिना किसी रुकावट के पूरी की जा सके। हर पदाधिकारी के ऊपर यह जिम्मेदारी होगी कि सभी मतदान केंद्रों पर सुनिश्चित न्यूनतम सुविधाएं (AMF) उपलब्ध हों। इसके अलावा, उन्हें मतदान केंद्रों का व्यापक प्रचार-प्रसार, पहुंच मार्ग का निरीक्षण, सुझाव देना, EVM और VVPAT को लेकर जागरूकता फैलाना, आदर्श आचार संहिता का पालन कराना और मॉक पोल का संचालन जैसी महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां निभानी होंगी।