Bihar Chunav 2025: बिहार विधानसभा चुनाव अन्य राज्यों की तरह हर 5 साल में होता है। बिहार की राजनीति हमेशा से ही उतार-चढ़ाव और कड़े मुकाबले के लिए जानी जाती है। 2020 का विधानसभा चुनाव भी इसका अपवाद नहीं था। इस चुनाव में सत्तारूढ़ गठबंधन और विपक्षी महागठबंधन के बीच कड़ा संघर्ष देखने को मिला। पूरे राज्य में केवल 12,000 वोटों के मामूली अंतर से महागठबंधन पिछड़ गया और अंततः नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार बनाने में सफल रही।
कितनी पार्टियों ने लड़ा चुनाव?
2020 का चुनाव बिहार की राजनीति के लिहाज से बेहद खास था। इस चुनाव में कुल 212 राजनीतिक दलों ने हिस्सा लिया। इनमें से 6 राष्ट्रीय दल, 4 राज्यस्तरीय दल और दर्जनों अन्य राज्यों के क्षेत्रीय दल शामिल थे। इसके अलावा 1299 निर्दलीय प्रत्याशियों ने भी मैदान में उतरकर अपना भाग्य आजमाया। हालांकि, इनमें से केवल एक निर्दलीय उम्मीदवार ही जीत दर्ज कर सका।
राष्ट्रीय पार्टियां
भारतीय जनता पार्टी (BJP)
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (INC)
बहुजन समाज पार्टी (BSP)
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (CPI)
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (CPI-M)
नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी (NCP)
वहीं, राज्यस्तरीय दलों में
राष्ट्रीय जनता दल (RJD)
जनता दल यूनाइटेड (JDU)
लोक जनशक्ति पार्टी (LJP)
राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (RLSP)
इसके अलावा, अन्य राज्यों के कई क्षेत्रीय दल जैसे AIMIM, JDS, JMM, SHS, NPEP और AIFB ने भी अपनी किस्मत आजमाई।
कुल उम्मीदवार और जमानत जब्त
2020 चुनाव में कुल 3733 उम्मीदवार मैदान में थे। इसमें से 3205 उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो गई, जो इस बात का सबूत है कि बिहार की राजनीति मुख्य रूप से कुछ चुनिंदा दलों और चेहरों के इर्द-गिर्द ही घूमती है।
वोटों की हिस्सेदारी
अगर वोट शेयर पर नजर डालें तो 2020 चुनाव में मुख्य मुकाबला राष्ट्रीय जनता दल (RJD) और भारतीय जनता पार्टी (BJP) के बीच रहा।
राष्ट्रीय जनता दल (RJD): 97,38,855 वोट
भारतीय जनता पार्टी (BJP): 82,02,067 वोट
जनता दल यूनाइटेड (JDU): 64,85,179 वोट
यानी सबसे अधिक वोट RJD को मिले थे, लेकिन गठबंधन की राजनीति में समीकरण बीजेपी और जेडीयू के पक्ष में बैठ गए और अंततः एनडीए ने सरकार बनाई।