India News (इंडिया न्यूज), Gyananand Maharaj : गीता यूनिवर्सिटी में आयोजित कार्यक्रम में पहुंचे गीता मनीषी ज्ञानानंद महराज ने छात्रों को भगवद गीता से प्रेरणा लेकर जीवन में आगे बढ़ने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि छात्र असफलता से हताश न हो गिर कर खड़े होना ही जीवन है। गीता हमे सिखाती है की हमे लक्ष्य पर सारा ध्यान केंद्रित करना है।
हमें भविष्य में क्या होगा उसकी चिंता नहीं करनी चाहिए। जो इंसान वर्तमान में अपना शत-प्रतिशत देकर अपना वर्तमान बेहतर बना लेता है उसका लक्ष्य दूर नहीं है। उन्होंने छात्रों को जीवन में गीता को धारण करने के लिए प्रेरित किया। कार्यक्रम का शुभारंभ ज्ञानानंद महराज व जीयू के चांसलर एसपी बंसल ने दीप प्रज्वलित कर किया गया।
- जो इंसान वर्तमान में अपना शत प्रतिशत देकर अपना वर्तमान बेहतर बना लेता है उसका लक्ष्य दूर नहीं : ज्ञानानंद महाराज
भविष्य में क्या होगा क्या नहीं होगा उसकी चिंता छोड़ दो
गीता मनीषी ज्ञानानंद महाराज ने कहा की गीता हमे सिखाती है की हमे किसी भी क्षेत्र में सफलता हासिल करनी है तो उस काम में मन व शरीर दोनों लगाने होंगे। भविष्य में क्या होगा क्या नहीं होगा उसकी चिंता छोड़ दो। अच्छे कर्म करते रहे उसका फल भी अच्छा ही मिलेगा। भगवत गीता हमे सिखाती है की स्वयं को उठाना होगा, आप खुद के मित्र भी हो और शत्रु भी हो। जीवन में आगे बढ़ते रहो सकारात्मक सोच के साथ आगे बढ़ते है तो सफलता की सीढ़ी चढ़ते हो और कुछ गलत करते हो तो सीढ़ी से निचे गिरते हो।
गीता में हर किसी के लिए सार छिपा हुआ
सीढ़ी वही है जो आपको ऊंचाई पर भी ले जाती है पाँव फिसल जाए तो निचे भी गिरा देती है। गीता में हर किसी के लिए सार छिपा हुआ है चाहे आप छात्र हो या अध्यापक हो। उन्होंने छात्रों को परीक्षाओं डरने की बजाय आत्मविश्वास के साथ तयारी करें। आप चुनौती को भी चुनौती देना सिख जाओगे तो आत्मविश्वास इतना बढ़जाएगा की आपकी जित सुनश्चित है। इस मोके पर जीयू के चांसलर एसपी बंसल, गीता ग्रुप ऑफ़ इंस्टीट्यूट की चेयरपर्सन गीता बंसल, प्रो चांसलर निशांत बंसल, मानवी बंसल, प्रो चांसलर अंकुश बंसल, वीसी डा मनोज मनुजा, पीवीसी डा गुलशन चौहान व रजिस्ट्रार डा सत्य वीर सिंह भी उपस्थित रहे।