India News (इंडिया न्यूज), Raksha Bandhan 2025 : भारत में हर तीज त्योहार को बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है। इनमें कुछ त्योहार ऐसे भी हैं जो रिश्तों को मजबूत करने के लिए होते हैं। इनमें भाई-बहन का त्योहार रक्षाबंधन सबसे खास माना जाता है। इस त्योहार में बहनें अपने भाइयों को राखी बांधती है और भाई पूरे जीवन अपनी बहनों की रक्षा करने का वचन देता है। कलाई पर बांधे जाने वाला यह धागा न सिर्फ गहरे रिश्ते का प्रतीक होता है बल्कि इस धागे में प्यार और साथ भी छुपा होता है। यही कारण है कि हर भाई-बहन को इस त्योहार का बहुत इंतज़ार होता है।
भद्रा काल में राखी बांधना शुभ नहीं
ज्योतिषाचार्य देव नारायण उपाध्याय व पानीपत ब्राह्मण परिवार के प्रधान ने बताया कि राखी पर्व हर साल सावन के महीने में पूर्णिमा तिथि को मनाया जाता है। इस साल रक्षाबंधन का त्योहार और भी ज्यादा विशेष है क्योंकि इस दिन कई शुभ योग भी बन रहे हैं। राखी अगर शुभ मुहूर्त और शुभ योग देख बाँधी जाए तो इसकी शुभता अधिक बढ़ जाती है। भद्रा काल में राखी बांधना शुभ नहीं माना जाता है इसलिए राखी बांधने से पहले शुभ समय का ध्यान जरूर रखना चाहिए। तो चलिए जानते हैं कि रक्षाबंधन कब है?
इस दिन राखी बांधने का शुभ समय सुबह से लेकर दोपहर तक रहेगा
शुभ मुहूर्त और रक्षाबंधन का महत्व। इस बार रक्षा बंधन 9 अगस्त शनिवार को मनाया जाएगा। खास बात ये है कि इस दिन राखी बांधने का शुभ समय सुबह से लेकर दोपहर तक रहेगा। पूर्णिमा तिथि की बात करें तो पूर्णिमा तिथि 8 अगस्त को दोपहर 2:12 बजे शुरू होगी और 9 अगस्त को दोपहर 1:24 बजे खत्म होगी।रक्षाबंधन शुभ मुहूर्त 2025: सुबह 5:47 बजे से दोपहर 1:24 बजे तक। इस बीच राखी बांधना शुभ माना जाएगा।
भाई-बहन के रिश्ते को और मजबूत करने का मौका
भद्रा काल: इस दिन का भद्रा काल 9 अगस्त की रात 1:52 बजे खत्म हो जाएगा, यानी राखी बांधने की सभी रस्में उसके बाद ही की जाएंगी। रक्षा बंधन इस साल सिर्फ एक तारीख नहीं है, बल्कि भाई-बहन के रिश्ते को और मजबूत करने का मौका है। बदलते दौर में भी ये त्योहार उतना ही प्रासंगिक है, जितना सदियों पहले था। तो इस बार भी राखी के इस पावन अवसर पर अपने अपनों के साथ इस रिश्ते को और गहरा बनाइए, चाहे पास हों या दूर।