India News (इंडिया न्यूज), Panipat Refinery : पुलिस अधीक्षक भूपेंद्र सिंह आईपीएस के मार्गदर्शन में त्वरित कार्रवाई करते हुए पानीपत पुलिस ने रिफाइनरी के मार्केटिंग परिसर में हथियारों से लैस होकर जबरन घुसने व कार्य में बाधा डालने के 6 आरोपियों को वारदात के महज 36 घंटे के दौरान गिरफ्तार किया। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से वारदात में प्रयुक्त एक डोगा बंदूक, एक पिस्तौल व एक कार बरामद की है।
- अपराध व अपराधियों को किसी भी सूरत में पनपने नहीं दिया जाएगा : एसपी भूपेंद्र सिंह आईपीएस
थियारों से लैस रिफाइनरी के कोको गेट से जबरन अंदर घुस आए
उप पुलिस अधीक्षक यातायात सुरेश कुमार सैनी ने शनिवार को जिला सचिवालय स्थित पुलिस विभाग के सभागार में प्रेसवार्ता के दौरान बताया कि थाना सदर में रिफानरी के जीएम ने पुलिस को दी शिकायत में बताया था कि 31 जुलाई का सुबह करीब 8:30 बजे चार गाड़ियों में सवार 20/25 युवक जो हथियारों से लैस थे रिफाइनरी के कोको गेट से जबरन अंदर घुस आए।
इनमें दो स्कार्पियों, एक बेलेनो व एक सेडान गाड़ी थी। गाड़ियों को अंदर पार्किंग में खड़ा कर हथियारों सहित युवक चालकों के केबिन में आए। इसके बाद उनमें से पांच युवक ऑफिस में आए और खुद को टेंकर ड्राइवरों का प्रधिनिधित्व बता कहा गाड़ियां उनके हिसाब से चलेगी। थाना सदर में रिफाइनरी के जीएम की शिकायत पर अभियोग दर्ज कर पुलिस ने मामले की जांच व आरोपियों की धरपकड़ शुरू कर दी थी।
6 आरोपियों को अजीजुलापुर पुल के पास से काबू किया
उप पुलिस अधीक्षक सुरेश कुमार सैनी ने बताया कि पुलिस अधीक्षक भूपेंद्र सिंह आईपीएस के संज्ञान में उक्त मामला आते ही उन्होंने मामले की जांच व आरोपियों की धरपकड़ की जिम्मेदारी सीआईए वन प्रभारी सब इंस्पेक्टर संदीप की टीम को सौंपी थी। सीआईए वन पुलिस टीम ने शुक्रवार शाम को मिली गुप्त सूचना पर दबिश देकर वारदात में सलिप्त 6 आरोपियों को अजीजुलापुर पुल के पास से काबू किया। आरोपी वारदात में प्रयुक्त बेलेनो कार में सवार होकर घूम रहे थे। आरोपियों की पहचान सोनीपत के बिचपड़ी गांव निवासी राजेंद्र व अंकित, गंगेसर गांव निवासी रमेश, बड़ौता गांव निवासी गोविंद, पानीपत के ददलाना गांव निवासी सोनू व करनाल के मुनक गांव निवासी दीपक के रूप में हुई है।
प्रति टैंकर चालक से 300 रुपए की अवैध वसूली करता था
पूछताछ में आरोपियों ने अपने अन्य साथी आरेापियों के साथ मिलकर उक्त वारदात को अंजाम देने बारे स्वीकारा। पूछताछ में आरोपी राजेंद्र ने पुलिस को बताया उसका एक साथी आरोपी पहले रिफाइनरी में तेल लेने आने वाले प्रति टैंकर चालक से 300 रुपए की अवैध वसूली करता था। अवैध वसूली अब बंद हो गई थी। ड्राइवरों से दोबारा अवैध वसूली शुरू करने के लिए उन्होंने गिरोह के साथी आरोपियों के साथ मिलकर हथियारों से लैस होकर दबाव बनाने के लिए 31 जुलाई को उक्त वारदात को अंजाम दिया।
2 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया
पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से वारदात में प्रयुक्त एक डोगा बंदूक, एक पिस्तौल व एक बलेनो कार बरामद कर शनिवार को सभी आरोपियों को माननीय न्यायालय में पेश किया जहां से आरोपी दीपक, गोविंद, अंकित व सोनू को न्यायिक हिरासत जेल भेज दिया और आरोपी रमेश व राजेंद्र को 2 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया। रिमांड के दौरान पुलिस आरोपियों से गहनता से पूछताछ करने के साथ ही वारदात में शामिल फरार इनके साथी आरोपियों के ठिकानों का पता लगा काबू करने का प्रयास करेंगी।
तीन आरोपियों का पहले भी आपराधिक रिकॉर्ड
उप पुलिस अधीक्षक सुरेश कुमार सैनी ने बताया कि आरोपी गोविंद, दीपक व रमेश का पहले भी आपराधिक रिकार्ड होना पाया गया है। आरोपी गोविंद्र पर आर्म्स एक्ट, हत्या का प्रयास व लूट की वारदातों के 5 मामले दर्ज है। आरोपी दीपक पर लड़ाई झगड़े का एक मामला दर्ज है। वही आरोपी रमेश पर हत्या का एक मामला दर्ज है।
पुलिस अधीक्षक भूपेंद्र सिंह आईपीएस ने अपराधियों को एक बार पुन: साफ व कड़े शब्दों में चेतावनी देते हुए कहा कि अपराध व अपराधियों को जिला में किसी भी सूरत में सहन नहीं किया जाएगा। उन्होंने आमजन से अपील की है कि वे इस प्रकार के अपराध को किसी भी सूरत में सहन न करें। निडर होकर पुलिस को शिकायत दे। आरोपियों के खिलाफ त्वरित कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।