प्रवीण वालिया-करनाल, India News (इंडिया न्यूज), 15-year-Old Boy Committed suicide : करनाल के नेवल गांव में 15 वर्षीय किशोर गुरमीत की आत्महत्या ने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया है। परिजनों के मुताबिक, गुरमीत हाल ही में अपनी मौसी के साथ अमृतसर गया था, जहां उसे ऐसी परिस्थितियों का सामना करना पड़ा, जिसने उसे मानसिक रूप से तोड़ दिया। इन हालात से आहत होकर गुरमीत ने घर लौटने के अगले दिन फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। गांव नेवल निवासी धर्मपाल ने बताया कि उनका बेटा गुरमीत तीन भाइयों में सबसे बड़ा था और शांत स्वभाव का था। 9 जुलाई को वह अपनी मौसी के बुलावे पर बुढ़ाखेड़ा गया था, जहां से मौसी उसे दरबार साहिब घुमाने के बहाने अमृतसर ले गई। वहां दो अज्ञात युवक भी मौसी के साथ थे।
मौसी दोनों युवकों के साथ गायब हो गई
परिजनों का कहना है कि मौसी उन्हीं युवकों के साथ फरार होना चाहती थी। जब गुरमीत ने इसका विरोध किया और घर लौटने की जिद की, तो उन युवकों ने उसके साथ मारपीट की। बाद में मौसी दोनों युवकों के साथ गायब हो गई। 13 जुलाई को गुरमीत जब वापस मौसी के घर पहुंचा, तो वहां उसके साथ दुर्व्यवहार किया गया। मौसी के परिजनों ने उस पर आरोप लगाया कि उसी ने उसे भगाया है या उसे उसकी लोकेशन की जानकारी है। गुरमीत बार-बार कहता रहा कि उसे कुछ पता नहीं, लेकिन उसकी बात पर भरोसा नहीं किया गया और उसे मारा-पीटा गया।
गुरमीत भीतर से पूरी तरह टूट चुका था
14 जुलाई को गुरमीत अपने गांव लौट आया, लेकिन भीतर से पूरी तरह टूट चुका था। उसने किसी से कुछ नहीं कहा और चुपचाप सो गया। अगली सुबह जब उसकी मां कपड़े धो रही थी, तब गुरमीत ने उसे पूरी घटना बताई, लेकिन परिजनों ने इसे गंभीरता से नहीं लिया। करीब 11:30 बजे गुरमीत ने घर में ही फंदा लगाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। घटना की जानकारी मिलते ही कुंजपुरा थाना पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। गुरमीत के पिता का कहना है कि अगर समय रहते किसी ने उसकी बात सुनी होती, तो शायद आज उनका बेटा जिंदा होता।